पत्र और पत्र कार्ड क्या है (Letter and Inland Letter Card in India Post): All Details

पत्र और पत्र कार्ड क्या है (Letter and Inland Letter Card in India Post) भारतीय डाक विभाग की सबसे मूल और लोकप्रिय डाक सेवाएँ हैं। इनका उपयोग निजी या सरकारी संदेशों को लिखित रूप में भेजने के लिए किया जाता है।

पत्र को बंद लिफाफे में भेजा जाता है, जबकि पत्र कार्ड पहले से तैयार मोड़ने योग्य कागज़ होता है जिस पर डाक शुल्क मुद्रित रहता है।

दोनों सेवाएँ सस्ती, सरल और पूरे भारत में उपलब्ध हैं। इनके लिए वजन, आकार और शुल्क के स्पष्ट नियम बनाए गए हैं ताकि डाक वस्तुएँ सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य तक पहुँचें।

पत्र और पत्र कार्ड (Letter and Inland Letter Card) सम्बन्धी नियम डाकघर गाइड भाग 1 की धारा 99 – 108 में दी गयी है, आइये इसके बारे में विस्तार से समझते हैं.


Content List

What is Letter in India Post Office? / डाकघर में पत्र क्या है?

  • पत्र एक निजी या आधिकारिक संचार का माध्यम है जिसे डाक द्वारा भेजा जाता है।
  • हर पत्र को सुरक्षित रूप से बंद (sealed) स्थिति में पोस्ट किया जाना चाहिए।
  • किसी भी पत्र का अधिकतम वजन 500 ग्राम से ज़्यादा नहीं हो सकता।

पत्र के लिए डाक शुल्क (Postage charges for Letter)

  • 20 ग्राम तक – 5 रूपये
  • अगले 20 ग्राम पर – 5 रूपये

99. पत्र डाक भार का भुगतान (Payment of Postage)

पत्रों को डाक भार का अग्रिम भुगतान (Prepaid) करके या बिना भुगतान के भी भेजा जा सकता है।

यदि बिना भुगतान के भेजा गया पत्र स्वीकार किया जाता है, तो उसका शुल्क धारा 9 के अंतर्गत लिया जाता है।


100. वजन और आकार की सीमा (Limits of Weight and Size)

हर पत्र का आकार और वजन निश्चित मानकों के अनुसार होना चाहिए।

किसी भी पत्र का अधिकतम वजन 500 ग्राम से ज़्यादा नहीं हो सकता।

अधिकतम सीमा (Maximum Dimensions):

  • रोल के रूप में: लंबाई 800 मिमी से अधिक नहीं।

    • लंबाई और व्यास के दोगुने का कुल योग 1000 मिमी से अधिक नहीं।

  • अन्य रूप में: किसी भी एक आयाम की अधिकतम लंबाई 600 मिमी।

    • लंबाई + चौड़ाई + मोटाई का योग 900 मिमी से ज़्यादा नहीं होना चाहिए।

न्यूनतम सीमा (Minimum Dimensions):

  • रोल के रूप में: लंबाई 100 मिमी से कम नहीं।

    • लंबाई + दो गुना व्यास = कम से कम 170 मिमी।

  • अन्य रूप में: न्यूनतम आकार 140 × 90 मिमी, ±2 मिमी।


लिफाफे के नियम (Envelope Requirements)

रोल के अलावा अन्य पत्र लिफाफे में भेजे जाते हैं।

लिफाफे का आकार निम्नलिखित सीमा में होना चाहिए:

  • न्यूनतम: 140 × 90 मिमी

  • अधिकतम: 458 × 324 मिमी
    (±2 मिमी की सहनशीलता के साथ)

  • कागज़ की मोटाई 0.15 मिमी से 0.5 मिमी के बीच होनी चाहिए।
  • लिफाफा एक समान चिकनी सतह वाला होना चाहिए।इस पर गोंद के निशान, स्टेपल या धातु की क्लिप नहीं होनी चाहिए।
  • लिफाफे का कागज़ कम से कम 70 ग्राम प्रति वर्ग मीटर का होना चाहिए।
  • लिफाफा इतना लचीला होना चाहिए कि उसे “U” आकार में मोड़ा जा सके।

पत्र / लिफाफे पर पता, लोगो और बारकोड से जुड़ी शर्तें

प्रेषक (Sender) का लोगो या नाम ऊपरी बाएं कोने पर लिखा जा सकता है।

लोगो और स्टाम्प या फ्रैंक छाप के बीच कम से कम 10 मिमी का अंतर होना चाहिए।

लोगो का आकार 25 × 50 मिमी से बड़ा नहीं होना चाहिए।

बारकोड नियम:

  • लिफाफे के नीचे बारकोड के लिए 15 मिमी खाली जगह होनी चाहिए।

  • 2D बारकोड या QR कोड के चारों ओर 5 मिमी का खाली स्थान (Quiet Zone) रहना चाहिए।

  • बारकोड का न्यूनतम आकार 60 मिमी × 10 मिमी (Quiet Zone सहित) होना चाहिए।

  • QR कोड का न्यूनतम आकार 18 × 18 मिमी होगा।


101. बिना भुगतान या अधूरा भुगतान वाले पत्र (Unpaid and Insufficiently Paid Letters) | नियम उल्लंघन पर शुल्क (Penalty for Violation)

अगर कोई पत्र बिना टिकट (Unpaid) भेजा गया है, तो प्राप्तकर्ता से डाक शुल्क का दोगुना (Double Postage) लिया जाएगा।

डाक टिकट लगाया गया है लेकिन कम मूल्य का है, तो भी कमी के बराबर दोगुना शुल्क लिया जाएगा।


पत्र के लिए विशेष पैकिंग निर्देश

102. सिनेमा फिल्म की पैकिंग (Cinematograph Films)

जब गैर-ज्वलनशील (Non-Inflammable) सिनेमा फिल्म भेजी जाती है, तो पैकेट पर सफेद लेबल में बड़े अक्षरों में “सुरक्षा फिल्म गैर-ज्वलनशील” लिखा होना चाहिए।


103. जैविक नमूने (Biological Samples)

केवल उन्हीं परिस्थितियों में नाशवान जैविक पदार्थ (Perishable Biological Material) भेजे जा सकते हैं, जब वे परिच्छेद 133(7) में दिए गए नियमों का पालन करते हों।


104. पारदर्शी लिफाफे (Transparent Covers)

पूरी तरह पारदर्शी लिफाफों में बंद लेख डाक द्वारा स्वीकार नहीं किए जाते।

लेकिन ऐसे लिफाफे जिनमें केवल एक पारदर्शी पृष्ठ हो, और जो नीचे दी गई शर्तों का पालन करते हों, उन्हें स्वीकार किया जाता है:

  • पता स्पष्ट रूप से पढ़ा जा सके।

  • तारीख की मुहर लगाने में बाधा न हो।

  • पारदर्शी हिस्से से कोई अन्य सामग्री दिखाई न दे।
    यदि इन नियमों का पालन नहीं हुआ, तो वस्तु प्रेषक को लौटा दी जाती है।


105. खुले पैनल वाले लिफाफे (Open Panel envelopes)

ऐसे लिफाफे तभी स्वीकार किए जाते हैं जब वे निम्न शर्तों को पूरा करें:

  • पैनल की लंबाई 10 सेमी और चौड़ाई 3.5 सेमी से अधिक न हो।

  • पैनल लिफाफे की लंबाई के समानांतर हो।

  • पैनल के ऊपर कम से कम 1.5 सेमी खाली जगह हो।

  • पैनल से केवल पता ही दिखे, अन्य कोई लेखन नहीं।

  • अंदर का पत्र इस तरह मोड़ा गया हो कि पता स्पष्ट दिखाई दे।
    अगर कोई लिफाफा इन नियमों का पालन नहीं करता,
    तो उसे भी प्रेषक को लौटा दिया जाता है।



पत्र कार्ड/ अंतर्देशीय पत्र कार्ड क्या है? (What is Letter Card / Inland Letter Card?)

106. विवरण – पत्र कार्ड क्या (Description – What is Inland Letter Card)

  • पत्र कार्ड एक विशेष प्रकार का कागज़ होता है जिसका उपयोग पत्र लिखने के लिए किया जाता है।
  • इसे इस तरह बनाया जाता है कि उसे मोड़कर बंद किया जा सके और बिना लिफाफे के डाक द्वारा भेजा जा सके।
  • भारत में उपयोग होने वाले अंतर्देशीय पत्र कार्ड (Inland Letter Card) केवल भारत के भीतर भेजे जा सकते हैं।
  • इन पर पहले से निश्चित मूल्य की डाक टिकट (Postage Stamp) छपी होती है।

अंतर्देशीय पत्र कार्ड से सम्बंधित मुख्य नियम (General rules related to letter cards):

  • पत्र कार्ड का वजन 5 ग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए।
  • खुले रूप में आकार — अधिकतम 30 से.मी. × 21 से.मी., न्यूनतम 28.2 से.मी. × 18.2 से.मी.।
  • मुड़े हुए रूप में आकार — अधिकतम 21 से.मी. × 10 से.मी., न्यूनतम 15.2 से.मी. × 9 से.मी.।
  • पत्र कार्ड के ऊपर बाईं ओर “अंतर्देशीय पत्र कार्ड” छपा होना चाहिए।
  • कागज़ की मोटाई न्यूनतम 70 GSM होनी चाहिए।

पत्र कार्ड के लिए डाक शुल्क (Postage charges for Letter card)

पत्र कार्ड का डाक शुल्क 2.5 रूपये हैं.


107. निजी रूप से मुद्रित पत्र कार्ड (Privately Printed Letter Cards)

  • निजी उपयोग या व्यावसायिक (Commercial) जरूरतों के लिए कोई व्यक्ति अपने स्वयं के पत्र कार्ड बना सकता है।
  • ऐसे पत्र कार्ड को प्रिंटिंग या किसी अन्य प्रक्रिया से तैयार किया जा सकता है।
  • शर्त यह है कि ये कार्ड डाक विभाग द्वारा तय आकार और नियमों के अनुरूप हों।
  • अगर ये नियमों के अनुसार बने हैं, तो इन्हें डाक द्वारा स्वीकार किया जाएगा।

108. अंतर्देशीय पत्र कार्ड भेजने की शर्तें (Conditions for Posting Inland Letter Cards)

  1. पत्र कार्ड के साथ कोई अन्य कागज़ या वस्तु संलग्न नहीं की जा सकती।

    अगर कार्ड के अंदर कुछ और रखा गया, तो वह नियमों का उल्लंघन माना जाएगा।
  2. यदि पत्र कार्ड पर डाक शुल्क (Postage) नहीं चुकाया गया है या अधूरा है, तो प्राप्तकर्ता से दोगुना शुल्क लिया जाएगा।
    • बिना भुगतान वाले कार्ड पर — प्रीपेड दर का दोगुना शुल्क
    • आंशिक भुगतान वाले कार्ड पर — कमी का दोगुना शुल्क
  3. अगर किसी ने पत्र कार्ड को ऐसे पोस्ट किया है जो नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे पत्र (Letter) की श्रेणी में माना जाएगा। ऐसे में पत्र डाक दर के अनुसार दोगुना शुल्क, परंतु न्यूनतम ₹1 शुल्क के अधीन वसूला जाएगा।
  4. अंतर्देशीय पत्र कार्ड का उपयोग केवल भारत के अंदर संचार के लिए किया जा सकता है। इसे विदेशी देशों के लिए (सिवाय नेपाल और पाकिस्तान के) भेजने की अनुमति नहीं है।
  5. अगर इसे किसी अन्य देश के लिए भेजा गया, तो उसे “अपर्याप्त भुगतान वाला पत्र” माना जाएगा और उसी अनुसार शुल्क वसूला जाएगा।

निष्कर्ष (Conclusion)

डाकघर का पत्र और पत्र कार्ड (Letter and Inland Letter Card in India Post office) भारत में संवाद और संचार के सबसे विश्वसनीय माध्यम हैं। जहाँ पत्र औपचारिक और व्यक्तिगत दोनों प्रयोजनों के लिए उपयोग होता है, वहीं पत्र कार्ड सस्ता और सुविधाजनक विकल्प प्रदान करता है। डाक विभाग इन सेवाओं के माध्यम से देश के हर व्यक्ति को जोड़ने का कार्य करता है।

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