Customer Relationship Management with India Post – नीचे संपूर्ण “ऑपरेशनल गाइड – ग्राहक संबंध प्रबंधन (ग्राहक तथा प्रशासनिक कार्यालयों (एडमिनिस्ट्रेशन office) के लिए)” के सभी अध्यायों का सरल और स्पष्ट सार लेख दिया गया है।
Content List
- 1 Customer Relationship Management with India Post for Admin
- 2 Customer Relationship Management with India Post for Customers
- 2.1 अध्याय 1: परिचय
- 2.2 अध्याय 2: रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
- 2.3 अध्याय 3: कस्टमर लॉगिन (प्रथम व पुनः लॉगिन)
- 2.4 अध्याय 4: होम पेज और डैशबोर्ड की जानकारी
- 2.5 अध्याय 5: बनें इंडिया पोस्ट के पार्टनर (Become a Partner)
- 2.6 अध्याय 6: कॉन्ट्रैक्ट बनाना और देखना (Create/View Contract)
- 2.7 अध्याय 7: RNP/WPP लाइसेंस हेतु आवेदन प्रक्रिया
- 2.8 अध्याय 8: बारकोड रिक्वेस्ट और ट्रैकिंग प्रक्रिया
- 2.9 अध्याय 9: पोस्टबॉक्स / पोस्टबैग की रिक्वेस्ट और स्थिति ट्रैकिंग
- 2.10 अध्याय 10: शिकायत दर्ज करना (Complaints)
- 2.11 अध्याय 11: पेमेंट और वॉलेट रिचार्ज
- 2.12 अध्याय 12: रिपोर्ट जनरेशन (Reports)
- 2.13 अध्याय 13: प्रोफाइल अपडेट (Profile Update)
- 3 Operational Guide for CRM with India Post – PDF
- 4 निष्कर्ष:
Customer Relationship Management with India Post for Admin
अध्याय 1: परिचय
शीर्षक: इंडिया पोस्ट में ग्राहक संबंध प्रबंधन (CRM) क्या है? परिचय और उद्देश्य
इस गाइड का उद्देश्य यह है कि डाक विभाग के नॉर्वेजियन में सीआरएम यानी ग्राहक संबंध प्रबंधन की कंपनी को आसानी से और आसानी से बनाया जा सके। इंटरवल्स पोर्टल पर बल्क ग्राहक जो ऑफर करते हैं, उन्हें एओ (प्रशासनिक कार्यालय) स्तर पर स्टॉक किया जाता है। यह मार्गदर्शिका उस संपूर्ण कार्यशाला फ़्लो को विस्तार से समझाती है।
अध्याय 2: उपयोग प्रक्रिया
शीर्षक: सीआरएम पोर्टल में लॉगिन कैसे करें? स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
सीआरएम पोर्टल का लाइव यूआरएल है: https://prod.cept.gov.in/employeeportal
लॉगिन के लिए कर्मचारी को अपना कर्मचारी आईडी और पासवर्ड (Ex. – Dop@1234) दर्ज करना होता है।
पहली बार लॉगिन पर पासवर्ड अनिवार्य है। पासवर्ड के लिए ओटीपी आधारित सुविधा भी उपलब्ध है।
अध्याय 3: मंडल प्रमुख की भूमिका
शीर्षक: सीआरएम में मंडल प्रमुख की भूमिका और पद
Customer Relationship Management with India Post पोर्टल में मंडल प्रमुखों को ‘ग्राहक संबंध प्रबंधन’ कार्ड दिखता है, जिसमें निम्नलिखित सब-कार्ड होते हैं:
3.1 सीआरएम कार्ड के अंतर्गत कार्य:
3.1.1 अनुबंध (अनुबंध प्रबंधन)
लंबित अनुबंध : ग्राहक द्वारा बनाए गए अनुबंध की जांच और उद्यम/आश्विकृति
स्वीकृत/वापस/अस्वीकृत अनुबंध
नवीनीकरण / समाप्ति अनुरोध
बुकिंग रिपोर्ट : अनुबंध के अंतर्गत सद्भावना डेटा
3.1.2 बारकोड अनुरोध
ग्राहक द्वारा खरीदे गए बारकोड को देखें और खरीदें
3.1.3 आरएनपी/डब्ल्यूपीपी ऑप
आरएनपी (पंजीकृत समाचार पत्र) और डब्ल्यूपीपी (पूर्व भुगतान के बिना) के लिए टिप्पणियों की जांच और बाजार
3.1.4 थोक पता और आदाता
बल्क पोर्टफोलियो और भुगतानकर्ता झुकाव, समीचीन करना
एक्सेल/सीएसवी में डेटा डाउनलोड की सुविधा
3.1.5 बिल जनरेशन
ग्राहक एवं अनुबंध चयन कर बिल जनरेट करें
ई-बिलर नामांकन एवं बिलर सूची देखें
3.1.6 रिपोर्ट
ग्राहक / अनुबंध / बिल देखें
कॉन्ट्रैक्ट के लेजर और बिल पीडीएफ/एक्सेल में डाउनलोड करें
3.1.7 विशेष कवर
विशेष ऋण सेवा के लिए ऑनलाइन आवेदन करें
अध्याय 4: पोस्टमास्टर / उप-डाकपाल की भूमिका
शीर्षक: पोस्ट बॉक्स/पोस्ट बैग की प्रक्रिया
जहां पोस्ट बॉक्स और पोस्ट बैग सेवाएं उपलब्ध हैं, वहां पोस्टमास्टर को ग्राहक द्वारा दिए गए अनुरोध को देखना होता है:
लंबित अनुरोधों को स्वीकृत या अस्वीकृत करें
भिन्न के बाद “स्वीकृत – लंबित भुगतान” दिखता है
ग्राहक का भुगतान पूरा हो गया है, टैब “भुगतान पुष्टिकरण लंबित” स्थिति मौजूद है
उपलब्ध बॉक्स नंबर को ऐसे ही कर सकते हैं
यदि कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है, तो “अस्वीकार करें” विकल्प के साथ उपयुक्त चयन दायर की जा सकती है।
Customer Relationship Management with India Post for Customers
अध्याय 1: परिचय
डिजिटल युग में, सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन और सुविधाजनक बनाना समय की आवश्यकता बन चुकी है। इसी दिशा में, इंडिया पोस्ट ने “आईटी 2.0 एंटरप्राइज पोर्टल” की शुरुआत की है, जो ग्राहकों के लिए एक सशक्त और उपयोगी प्लेटफॉर्म है। इस पोर्टल के माध्यम से ग्राहक अपनी डाक सेवाओं से संबंधित अनेक कार्य जैसे रजिस्ट्रेशन, लॉगिन, सेवा पंजीकरण, शिकायत दर्ज करना, कॉन्ट्रैक्ट बनाना, पोस्टबॉक्स की सुविधा, पेमेंट और रिपोर्ट जनरेशन इत्यादि आसानी से कर सकते हैं।
इस ऑपरेशनल गाइड का उद्देश्य ग्राहकों को इस पोर्टल के इस्तेमाल में आसानी प्रदान करना है। इसमें सभी प्रक्रियाएं चरण दर चरण दी गई हैं, साथ ही आवश्यक स्क्रीनशॉट और निर्देशों के साथ ताकि हर वर्ग के उपयोगकर्ता इसे समझ सकें।
मुख्य विशेषताएं:
नया रजिस्ट्रेशन और पहली बार लॉगिन की प्रक्रिया
सेवाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन करना
डिजिटल वॉलेट से पेमेंट और ट्रांजेक्शन इतिहास देखना
रिपोर्ट्स और डैशबोर्ड की सुविधा
यह पोर्टल भारत सरकार के डिजिटल इंडिया मिशन के तहत विकसित किया गया है और इसका उद्देश्य है ग्राहकों को घर बैठे तेज, सरल और पारदर्शी सेवाएं प्रदान करना।
अध्याय 2: रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
शीर्षक: इंडिया पोस्ट पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
इंडिया पोस्ट के आईटी 2.0 एंटरप्राइज पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया बेहद आसान और उपयोगकर्ता अनुकूल है। यदि आप पहली बार इस पोर्टल का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको एक बार रजिस्ट्रेशन करना होगा, जिसके बाद आप सभी सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।
चरण-दर-चरण रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया:
वेबसाइट खोलें: सबसे पहले अपने वेब ब्राउज़र में इंडिया पोस्ट की एंटरप्राइज पोर्टल वेबसाइट (https://prod.cept.gov.in/enterpriseportal) खोलें।
प्रोफाइल आइकन पर क्लिक करें: होमपेज के ऊपर दाईं ओर स्थित “प्रोफाइल” आइकन पर क्लिक करें। वहाँ ‘Partner Login’ और ‘Registration’ के विकल्प दिखाई देंगे।
रजिस्ट्रेशन विकल्प चुनें: ‘Registration’ पर क्लिक करें। एक नया पेज खुलेगा जिसमें आवश्यक जानकारियाँ भरनी होंगी। लाल रंग के * से चिन्हित फ़ील्ड भरना अनिवार्य है।
मोबाइल नंबर दर्ज करें और OTP सत्यापित करें: अपना सक्रिय मोबाइल नंबर दर्ज करें और “Send OTP” पर क्लिक करें। OTP प्राप्त होने पर उसे दर्ज करें और “Validate” बटन दबाएं।
ईमेल ID दर्ज करें और OTP सत्यापित करें: वैध ईमेल आईडी भरें और उस पर भी OTP भेजकर सत्यापन करें।
पता विवरण भरें: अपना पूरा पता, स्ट्रीट/गांव, और 6 अंकों का पिन कोड दर्ज करें। शहर, राज्य और देश की जानकारी स्वचालित रूप से भर जाएगी।
रजिस्टर करें: सभी जानकारी सही ढंग से भरने के बाद “Register” बटन पर क्लिक करें। रजिस्ट्रेशन सफल होने पर एक यूनिक 10 अंकों का कस्टमर ID सिस्टम द्वारा जेनरेट किया जाएगा। यह ID आपके ईमेल पर भेजी जाएगी।
महत्वपूर्ण टिप्स:
सुनिश्चित करें कि आपके पास वैध मोबाइल नंबर और ईमेल ID है।
OTP प्राप्त न होने की स्थिति में “Resend OTP” विकल्प का उपयोग करें।
सफल रजिस्ट्रेशन के बाद भेजी गई ईमेल को सुरक्षित रखें।
यह प्रक्रिया आपको इंडिया पोस्ट के डिजिटल पोर्टल से जोड़ती है, जिससे आप घर बैठे सरकारी सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।
अध्याय 3: कस्टमर लॉगिन (प्रथम व पुनः लॉगिन)
शीर्षक: इंडिया पोस्ट पोर्टल पर लॉगिन कैसे करें? (पहली बार और बाद में(पहले से मौजूद)
कीवर्ड: इंडिया पोस्ट लॉगिन, पोस्ट ऑफिस पोर्टल साइन इन, कस्टमर ID इंडिया पोस्ट, पासवर्ड रिसेट इंडिया पोस्ट
अध्याय 4: होम पेज और डैशबोर्ड की जानकारी
शीर्षक: Customer Relationship Management with India Post पोर्टल का होम पेज और डैशबोर्ड कैसे उपयोग करें?
कीवर्ड: इंडिया पोस्ट डैशबोर्ड, पोस्ट ऑफिस पोर्टल होमपेज, कस्टमर डैशबोर्ड इंडिया पोस्ट, बिजनेस डैशबोर्ड इंडिया पोस्ट
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अगला कदम है लॉगिन करना। इंडिया पोस्ट पोर्टल पर लॉगिन की प्रक्रिया सीधी और सुरक्षित है। चाहे आप पहली बार लॉगिन कर रहे हों या दोबारा, यह गाइड आपकी सहायता करेगाएक बार सफलतापूर्वक लॉगिन करने के बाद, यूजर को जो पहला इंटरफ़ेस दिखता है वह होम पेज होता है। यह पेज उपयोगकर्ता के रजिस्ट्रेशन और सेवाओं के अनुसार कई कार्ड्स (Cards) में विभाजित होता है। हर कार्ड एक विशेष सेवा का प्रतिनिधित्व करता है।
पहली बार लॉगिन करने की प्रक्रियामुख्य घटक:
वेबसाइट खोलें: https://prod.cept.gov.in/enterpriseportal लिंक पर जाएं। Firefox, Chrome या Edge का नया वर्जन उपयोग करें।
प्रोफाइल आइकन पर क्लिक करें: होमपेज के टॉप-राइट कॉर्नर पर स्थित “Profile” आइकन पर क्लिक करें और “Partner Login” चुनें।
लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज करें:
Login ID: रजिस्ट्रेशन के समय मिला 10 अंकों का कस्टमर ID
Password: डिफ़ॉल्ट पासवर्ड (जैसे Dop@1234) जो ईमेल के जरिए मिला था
पासवर्ड बदलें: पहली बार लॉगिन के बाद, सिस्टम आपको पासवर्ड बदलने को कहेगा। नया मजबूत पासवर्ड बनाएं और लॉगिन करें।
लॉगिन सफल होने पर: आपको होमपेज पर डैशबोर्ड दिखेगा जिसमें कई सुविधाओं वाले कार्ड्स होंगे।
पासवर्ड भूल गए? ऐसे रिसेट करें:
इस तरह होमपेज और डैशबोर्ड, इंडिया पोस्ट की डिजिटल सेवाओं का केंद्र बिंदु है जो आपके कार्यों को सरल और तेज़ बनाता है।
लॉगिन पेज पर “Forgot / Reset Password” विकल्प पर क्लिक करें।
अपना कस्टमर ID दर्ज करें और “Send OTP” दबाएं।
मोबाइल पर प्राप्त OTP डालें और “Verify OTP” दबाएं।
नया पासवर्ड सेट करें और कन्फर्म करें।
पुनः लॉगिन करने की प्रक्रिया:
जब आपने एक बार सफलतापूर्वक रजिस्ट्रेशन और पासवर्ड सेट कर लिया है, तब से आप कभी भी निम्नलिखित चरणों से लॉगिन कर सकते हैं:
वेबसाइट खोलें और “Partner Login” पर क्लिक करें।
अपनी कस्टमर ID और पासवर्ड डालें।
“Sign In” पर क्लिक करें या एंटर दबाएं।
नोट: लॉगिन के बाद आपके द्वारा रजिस्टर्ड सेवाओं के अनुसार डैशबोर्ड में विभिन्न विकल्प दिखाई देंगे।
अध्याय 5: बनें इंडिया पोस्ट के पार्टनर (Become a Partner)
शीर्षक: इंडिया पोस्ट के साथ पार्टनरशिप कैसे करें?
कीवर्ड: इंडिया पोस्ट एजेंट रजिस्ट्रेशन, पोस्ट ऑफिस फ्रेंचाइज़ी, इंडिया पोस्ट पार्टनर बनें, ई-केवाईसी इंडिया पोस्ट
एक बार सफलतापूर्वक लॉगिन करने के बाद, यूजर को जो पहला इंटरफ़ेस दिखता है वह होम पेज होता है। यह पेज उपयोगकर्ता के रजिस्ट्रेशन और सेवाओं के अनुसार कई कार्ड्स (Cards) में विभाजित होता है। हर कार्ड एक विशेष सेवा का प्रतिनिधित्व करता हैइंडिया पोस्ट के आईटी 2.0 पोर्टल पर “Become a Partner” विकल्प के माध्यम से ग्राहक खुद को विभिन्न व्यावसायिक श्रेणियों में पंजीकृत कर सकते हैं। इससे वे कई प्रकार की सेवाओं के लिए पात्र हो जाते हैं, जैसे: बल्क कस्टमर, एजेंट, वेंडर, फ्रेंचाइज़ी ऑपरेटर, DNK कस्टमर, या RMFS कस्टमर।
मुख्य घटकचरण-दर-चरण प्रक्रिया:
पोर्टल लॉगिन करें: होमपेज पर लॉगिन करने के बाद, मेनू बार में “Become a Partner” विकल्प पर क्लिक करें।पर्सनल डैशबोर्ड (Personal Dashboard):
ऑनलाइन बुकिंग
सेविंग अकाउंट्स
डाक जीवन बीमा / ग्रामीण पीएलआई
गोल्ड बॉन्ड सेवाएं
IPPB लेन-देन
बिजनेस डैशबोर्ड (Business Dashboard):
कॉन्ट्रैक्ट बनाना व देखना
RNP/WPP लाइसेंस के लिए आवेदन
बारकोड, पोस्टबॉक्स, पोस्टबैग की रिक्वेस्ट करना
सर्च और नेविगेशन:
सर्च बार की सहायता से आप किसी भी कार्ड को खोज सकते हैं।
नीचे दिए गए “Previous” और “Next” बटन से आप पेज नेविगेशन कर सकते हैं।
प्रोफाइल जानकारी:
ऊपर दाईं ओर प्रोफाइल आइकन पर क्लिक करने से आपका नाम, कस्टमर ID, मोबाइल नंबर, ईमेल और रजिस्टर्ड सेवाएं दिखाई देती हैं।
सबमिट करें: सभी आवश्यक जानकारी भरने और दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद “Submit” बटन दबाएं। सिस्टम द्वारा सेवा श्रेणी के अनुसार डैशबोर्ड में संबंधित कार्ड अपने-आप जुड़ जाएंगे।
विशेष सुविधाएं:
होमपेज पर उपयोगकर्ता के लिए एक सहज और आकर्षक इंटरफेस उपलब्ध है।
डैशबोर्ड से ग्राहक सीधे किसी भी सेवा तक पहुंच सकते हैं।
सभी फंक्शन मोबाइल फ्रेंडली और यूजर फ्रेंडली हैं।
इस तरह होमपेज और डैशबोर्ड, इंडिया पोस्ट की डिजिटल सेवाओं का केंद्र बिंदु है जो आपके कार्यों को सरल और तेज़ बनाता है।इंडिया पोस्ट के साथ पार्टनर बनने से ग्राहक को बेहतर सुविधा, पारदर्शिता और डिजिटल सशक्तिकरण का अनुभव मिलता है।
अध्याय 6: कॉन्ट्रैक्ट बनाना और देखना (Create/View Contract)
शीर्षक: इंडिया पोस्ट के साथ डिजिटल कॉन्ट्रैक्ट कैसे बनाएं और देखें?
कीवर्ड: इंडिया पोस्ट कॉन्ट्रैक्ट रजिस्ट्रेशन, पोस्ट ऑफिस ऑनलाइन एग्रीमेंट, कॉन्ट्रैक्ट क्रिएशन इंडिया पोस्ट, BNPL कॉन्ट्रैक्ट इंडिया पोस्ट
यदि आप इंडिया पोस्ट के आईटीसाथ बल्क बुकिंग, स्पीड पोस्ट या अन्य सेवाओं के लिए कॉन्ट्रैक्ट बनाना चाहते हैं, तो IT 2.0 पोर्टल पर “Become a Partner” विकल्प के माध्यम से ग्राहक खुद को विभिन्न व्यावसायिक श्रेणियों में पंजीकृत कर सकते हैं। इससे वे कई प्रकार की सेवाओं के लिए पात्र हो जाते हैं, जैसे: बल्क कस्टमर, एजेंट, वेंडर, फ्रेंचाइज़ी ऑपरेटर, DNK कस्टमर, या RMFS कस्टमरआपको यह सुविधा पूरी तरह डिजिटल रूप में प्रदान करता है। यह प्रक्रिया पारदर्शी, सरल और स्वयं-सेवा आधारित है।
चरण-दर-चरण प्रक्रिया:1. कॉन्ट्रैक्ट बनाने की प्रक्रिया (Create Contract):
पोर्टल लॉगिन करें: होमपेज पर लॉगिन करने के बाद, मेनू बार में “Become a Partner” विकल्प पर क्लिक करें।
सफल सबमिशन के बाद आपको SMS और ईमेल के माध्यम से सूचना मिलेगी। संबंधित अधिकारी द्वारा स्वीकृति के बाद कॉन्ट्रैक्ट सक्रिय हो जाता है।
सेवा श्रेणी चुनें:
Select Category ड्रॉपडाउन से इच्छित सेवा श्रेणी चुनें:
Bulk Customer
Agent
Vendor
Franchise Operator
DNK Customer
RMFS Customer
2. कॉन्ट्रैक्ट देखना (View Contract):
ई-केवाईसी (E-KYC) सत्यापन:
पहली बार किसी सेवा के लिए पंजीकरण करते समय आधार और पैन नंबर भरना अनिवार्य है।
मोबाइल OTP के माध्यम से दोनों दस्तावेज़ों का सत्यापन किया जाता है।
“View Contracts” विकल्प पर क्लिक करके आप सभी कॉन्ट्रैक्ट की स्थिति देख सकते हैं:
Incomplete Contracts: अधूरे कॉन्ट्रैक्ट जिन्हें पूरा किया जा सकता है।
Pending for Approval: स्वीकृति की प्रतीक्षा में कॉन्ट्रैक्ट्स।
Reverted Contracts: जो सुधार हेतु वापिस भेजे गए हैं।
जानकारी भरें (सेवा अनुसार): हर सेवा के लिए अलग-अलग अतिरिक्त विवरण भरने होते हैं जैसे:
एजेंट के लिए पोस्ट ऑफिस चयन
वेंडर के लिए बैंक डिटेल्स और बिलिंग जानकारी
DNK ग्राहकों के लिए GSTIN, CHA लाइसेंस, और दस्तावेज़ अपलोड
RMFS के लिए OEM की स्थिति और वैकल्पिक मोबाइल नंबर
सबमिट करें: सभी आवश्यक जानकारी भरने और दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद “Submit” बटन दबाएं। सिस्टम द्वारा सेवा श्रेणी के अनुसार डैशबोर्ड में संबंधित कार्ड अपने-आप जुड़ जाएंगे।
लाभ:
एक बार पंजीकरण के बाद विभिन्न सेवाओं का लाभ ऑनलाइन लिया जा सकता है।
भविष्य में किसी नई सेवा के लिए ई-केवाईसी दोबारा नहीं करना पड़ेगा।
संबंधित सेवाओं का डैशबोर्ड अपने आप सक्रिय हो जाता है।
इंडिया पोस्ट के साथ पार्टनर बनने से ग्राहक को बेहतर सुविधा, पारदर्शिता और डिजिटल सशक्तिकरण का अनुभव मिलता है।
अध्याय 7: RNP/WPP लाइसेंस हेतु आवेदन प्रक्रिया
शीर्षक: आरएनपी / डब्ल्यूपीपी लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
कीवर्ड: इंडिया पोस्ट RNP लाइसेंस, डब्ल्यूपीपी आवेदन प्रक्रिया, Registered Newspaper पोस्ट ऑफिस, WPP लाइसेंस इंडिया पोस्ट
यदि आप इंडिया पोस्ट के साथ बल्क बुकिंग, स्पीड पोस्ट या अन्य सेवाओं के लिए कॉन्ट्रैक्ट बनाना चाहते हैं, तो IT 2.0 पोर्टल आपको यह सुविधा पूरी तरह डिजिटल रूप में प्रदान करता है। यह प्रक्रिया पारदर्शी, सरल और स्वयं-सेवा आधारितमाध्यम से समाचार पत्र या पत्रिका पोस्ट करने के लिए आपको Registered Newspaper (RNP) या Without Prepayment Posting (WPP) लाइसेंस की आवश्यकता होती है। IT 2.0 पोर्टल इस प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल बनाता है।
1. कॉन्ट्रैक्ट बनाने की प्रक्रिया (Create Contract):
लॉगिन करें और Business Dashboard पर जाएं।
“Bulk Dashboard” सब-कार्ड पर क्लिक करें।
“Create Contract” विकल्प चुनें।
कॉन्ट्रैक्ट बनाते समय 5 स्टेप्स पूरे करने होते हैं:
Product & Services: सेवा श्रेणी (जैसे Speed Post Parcel Domestic) और NAF विकल्प चुनें।
E-KYC: फर्म का नाम, सेक्टर, टर्नओवर, पैन, GSTIN, संपर्क और पता जानकारी भरें।
Contract Details: कॉन्ट्रैक्ट प्रकार (Advance या BNPL), COD विकल्प, बैंक गारंटी आदि की जानकारी भरें।
Preview: पूरी जानकारी की समीक्षा करें।
Submit: सबमिट बटन दबाएं और कॉन्ट्रैक्ट ID जेनरेट करें।
पात्रता:
केवल पंजीकृत बल्क ग्राहक ही इस सुविधा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
न्यूनतम पोस्टिंग 500 प्रतियां होनी चाहिए (विशेषतः WPP के लिए)।
सफल सबमिशन के बाद आपको SMS और ईमेल के माध्यम से सूचना मिलेगी। संबंधित अधिकारी द्वारा स्वीकृति के बाद कॉन्ट्रैक्ट सक्रिय हो जाता है।
आवेदन प्रक्रिया (दोनों विकल्पों के लिए समान):
2. कॉन्ट्रैक्ट देखना (View Contract):टर्म्स एंड कंडीशन स्वीकार करें और “Submit” पर क्लिक करें।
“View Contracts” विकल्प पर क्लिक करके आप सभी कॉन्ट्रैक्ट की स्थिति देख सकते हैं:
Incomplete Contracts: अधूरे कॉन्ट्रैक्ट जिन्हें पूरा किया जा सकता है।
Pending for Approval: स्वीकृति की प्रतीक्षा में कॉन्ट्रैक्ट्स।
Reverted Contracts: जो सुधार हेतु वापिस भेजे गए हैं।
अतिरिक्त सुविधाएं:
कॉन्ट्रैक्ट प्रिंट या PDF में सेव किया जा सकता है।
संबंधित डिवीजन के अनुसार स्वीकृति की प्रक्रिया होती है।
Advance कॉन्ट्रैक्ट के लिए वॉलेट से रिचार्ज संभव है, और BNPL के लिए बिल जनरेट होताआवेदन की स्थिति “View RNP / WPP Applications” विकल्प में देखी जा सकती है।
यह सुविधा व्यवसायिक उपयोगकर्ताओं को समय और कागजी प्रक्रिया से मुक्ति दिलाकर तेज, डिजिटल और ट्रैक करने योग्य सेवा प्रदान करती है।यह प्रक्रिया समाचार पत्र प्रकाशकों और वितरकों के लिए पारदर्शी, तेज़ और डिजिटल समाधान प्रदान करती है।
अध्याय 8: बारकोड रिक्वेस्ट और ट्रैकिंग प्रक्रिया
शीर्षक: इंडिया पोस्ट में बारकोड कैसे अनुरोध करें और उसकी स्थिति जांचें?
कीवर्ड: इंडिया पोस्ट बारकोड रिक्वेस्ट, पोस्ट ऑफिस ट्रैकिंग बारकोड, इंडिया पोस्ट बुकिंग लेबल, डिजिटल बारकोड आवेदन
इंडिया पोस्ट के माध्यम से समाचार पत्र या पत्रिका पोस्ट करने के लिए आपको Registered Newspaper (RNP) या Without Prepayment Posting (WPP) लाइसेंस की आवश्यकता होती है। IT 2.0 पोर्टल इस प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल बनाता हैबल्क ग्राहक अपने मेल आइटम्स के लिए यूनिक बारकोड की आवश्यकता रखते हैं। यह बारकोड उनके अनुबंध के आधार पर जारी किए जाते हैं और ट्रैकिंग के लिए जरूरी होते हैं।
आवेदन के प्रकार:
With Prepayment (पूर्व-भुगतान के साथ)
Without Prepayment (WPP – पूर्व-भुगतान के बिना)
बारकोड रिक्वेस्ट प्रक्रिया & पात्रता:
केवल पंजीकृत बल्क ग्राहक ही इस सुविधा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
न्यूनतम पोस्टिंग 500 प्रतियां होनी चाहिए (विशेषतः WPP के लिए)।
आवेदन प्रक्रिया (दोनों विकल्पों के लिए समान):
लॉगिन करें और “Bulk Dashboard” पर जाएं।
“Request Barcode” विकल्प पर क्लिक करें।
ड्रॉपडाउन से सक्रिय कॉन्ट्रैक्ट ID चुनें।
सेवा प्रकार अपने-आप भर जाएगा।
“Number of Barcodes” फ़ील्ड में 5000 या उससे अधिक संख्या दर्ज करें।
“Submit” बटन दबाएं।
एक रिक्वेस्ट ID जनरेट होगी और सफलता संदेश दिखाई देगा।
बारकोड रिक्वेस्ट की स्थिति कैसे देखें?
पोर्टल में लॉगिन करें और “Bulk Dashboard” पर जाएं।
“Apply for RNP / WPP” विकल्प चुनें।
सभी फ़ील्ड ध्यानपूर्वक भरें:
सेवा प्रकार: Registered Newspaper License या Magazine
भुगतान विकल्प: With Prepayment या Without Prepayment
RNI लाइसेंस नंबर, प्रकाशन नाम, भाषा, वज़न, प्रतियों की संख्या आदि
संपर्क व्यक्ति का विवरण और पते की जानकारी
पोस्टिंग ऑफिस का चयन
दस्तावेज़ अपलोड करें:
RNI सर्टिफिकेट
जिलाधिकारी / सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट का प्रमाण पत्र
कम से कम 50 वास्तविक ग्राहकों की सूची
टर्म्स एंड कंडीशन स्वीकार करें और “Submit” पर क्लिक करें।
“View Barcode Requests” विकल्प पर क्लिक करें।
यहां सभी की गई रिक्वेस्ट की सूची दिखाई देगी।
आप Request ID या Status के अनुसार खोज भी कर सकते हैं।
डेटा को Excel में डाउनलोड करने की सुविधा भी उपलब्ध है।
प्रत्येक पृष्ठ पर 10 अनुरोध तक दिखाई देते हैं, जिन्हें पेजिनेशन द्वारा बदला जा सकता है।
भुगतान और ट्रैकिंग:
यदि “With Prepayment” चुना गया है, तो स्वीकृति के बाद “Make Payment” बटन सक्रिय होगा।
UPI, QR कोड या अन्य डिजिटल माध्यम से भुगतान किया जा सकता है।
आवेदन की स्थिति “View RNP / WPP Applications” विकल्प में देखी जा सकती है।
विशेष निर्देश:
केवल मान्य और सत्यापित दस्तावेज़ ही स्वीकार किए जाते हैं।
लाइसेंस स्वीकृति संबंधित अधिकारी द्वारा की जाती है।
यह प्रक्रिया समाचार पत्र प्रकाशकों और वितरकों के लिए पारदर्शी, तेज़ और डिजिटल समाधान प्रदान करती है।
अध्याय 9: पोस्टबॉक्स / पोस्टबैग की रिक्वेस्ट और स्थिति ट्रैकिंग
शीर्षक: पोस्टबॉक्स या पोस्टबैग की ऑनलाइन रिक्वेस्ट कैसे करें और स्टेटस देखें?
कीवर्ड: पोस्टबॉक्स रिक्वेस्ट इंडिया पोस्ट, पोस्टबैग ऑनलाइन आवेदन, पोस्ट ऑफिस पोस्टबॉक्स सुविधा, इंडिया पोस्ट पोस्टबैग ट्रैकिंग
इंडिया पोस्ट के बल्क ग्राहक अपने मेल आइटम्स के लिए यूनिक बारकोड की आवश्यकता रखते हैं। यह बारकोड उनके अनुबंध के आधार पर जारी किए जाते हैं और ट्रैकिंग के लिए जरूरी होते हैंबल्क ग्राहकों को पोस्टबॉक्स और पोस्टबैग की सुविधा भी प्रदान करता है। यह सेवा उन ग्राहकों के लिए उपयुक्त है जिन्हें नियमित डाक प्राप्त होती है और एक निश्चित स्थान पर उसका संग्रहण और वितरण आवश्यक होता है।
बारकोड रिक्वेस्ट करने की पूर्व-शर्त:
ग्राहक के पास एक सक्रिय कॉन्ट्रैक्ट ID होना चाहिए।
कम से कम 5000 बारकोड के लिए अनुरोध किया जा सकता है।
पोस्टबैग:
डाक एक बैग में एकत्र कर ग्राहक को दी जाती है। बैग, ताला और चाबी ग्राहक द्वारा उपलब्ध कराए जाते हैं।
प्रक्रिया (Barcode Request Process ):
लॉगिन करें और “Bulk Dashboard” पर जाएं।
“Request Barcode” विकल्प पर क्लिक करें।
ड्रॉपडाउन से सक्रिय कॉन्ट्रैक्ट ID चुनें।
सेवा प्रकार अपने-आप भर जाएगा।
“Number of Barcodes” फ़ील्ड में 5000 या उससे अधिक संख्या दर्ज करें।
“Submit” बटन दबाएं।
एक रिक्वेस्ट ID जनरेट होगी और सफलता संदेश दिखाई देगा।
रिक्वेस्ट (बारकोड ) की स्थिति कैसे देखें?
लॉगिन करें और “Bulk Dashboard” में जाएं।
“Request Postbox / Postbag” विकल्प चुनें।
सेवा का चयन करें: Postbox या Postbag
डिलीवरी पोस्ट ऑफिस का 6 अंकों वाला PIN कोड दर्ज करें।
संबंधित पोस्ट ऑफिस की सूची में से चयन करें।
“Submit” बटन पर क्लिक करें।
रिक्वेस्ट सफल होने पर एक 12-अंकीय एप्लिकेशन ID जनरेट होगी।
“View Barcode Requests” विकल्प पर क्लिक करें।
यहां सभी की गई रिक्वेस्ट की सूची दिखाई देगी।
आप Request ID या Status के अनुसार खोज भी कर सकते हैं।
डेटा को Excel में डाउनलोड करने की सुविधा भी उपलब्ध है।
प्रत्येक पृष्ठ पर 10 अनुरोध तक दिखाई देते हैं, जिन्हें पेजिनेशन द्वारा बदला जा सकता है।
स्थिति ट्रैक करें:
“View Postbox / Postbag Requests” विकल्प चुनें।
विभिन्न टैब्स में विवरण देखें:
Pending Applications
Approved Applications
Payment Pending Applications
Rejected Applications
Appealed Applications
भुगतान लंबित होने पर “Make Payment” बटन सक्रिय होगा।
भुगतान पूरा होने के बाद, सेवा सक्रिय कर दी जाती है और ID आवंटित होती है।
लाभ:
प्रत्येक शिपमेंट को यूनिक ट्रैकिंग पहचान मिलती है।
डिजिटल प्रक्रिया के कारण कोई पेपरवर्क नहीं।
सभी डेटा पोर्टल पर सुरक्षित रूप से संग्रहित रहता है।
सुरक्षित और गोपनीय मेल डिलीवरी सुविधा
व्यवसायों और पत्रिकाओं के लिए व्यावसायिक पहचान
नियमित डाक को व्यवस्थित रूप से संभालने की सुविधा
यह सुविधा खासकर ई-कॉमर्स, प्रकाशन और बल्क मेलिंग करने वालों के लिए बहुत ही उपयोगी है, जिससे ट्रैकिंग और लॉजिस्टिक्स आसान और पेशेवर बनतासेवा ग्राहकों को प्रोफेशनल और समर्पित मेल रिसीविंग सुविधा देती है जिससे उनका समय और संसाधन दोनों की बचत होती है।
अध्याय 10: शिकायत दर्ज करना (Complaints)
शीर्षक: इंडिया पोस्ट पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत कैसे दर्ज करें?
कीवर्ड: इंडिया पोस्ट शिकायत ऑनलाइन, पोस्ट ऑफिस कम्प्लेन दर्ज करें, ऑनलाइन डाक सेवा शिकायत, इंडिया पोस्ट हेल्पडेस्क
इंडिया पोस्ट बल्क ग्राहकों को पोस्टबॉक्स और पोस्टबैग की सुविधा भी प्रदान करता है। यह सेवा उन ग्राहकों के लिए उपयुक्त है जिन्हें नियमित डाक प्राप्त होती है और एक निश्चित स्थान पर उसका संग्रहण और वितरण आवश्यक होतायदि आपको इंडिया पोस्ट की किसी सेवा से संबंधित असुविधा हुई है, तो आप आईटी 2.0 पोर्टल के माध्यम से बहुत ही सरल तरीके से अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यह प्रक्रिया पारदर्शी है और शिकायत की स्थिति को ट्रैक करने की भी सुविधा देती है।
पोस्टबॉक्स और पोस्टबैग में अंतर:
पोस्टबॉक्स:
केवल पूरी तरह प्रीपेड, अनरजिस्टर्ड लेखों (जैसे पत्र, पत्रिका आदि) के वितरण के लिए।
पोस्ट ऑफिस परिसर में एक निश्चित बॉक्स नंबर आवंटित होता है।
पोस्टबैग:
डाक एक बैग में एकत्र कर ग्राहक को दी जाती है। बैग, ताला और चाबी ग्राहक द्वारा उपलब्ध कराए जाते हैं।
रिक्वेस्ट प्रक्रिया:शिकायत की स्थिति कैसे देखें?
लॉगिन करें और “Bulk Dashboard” में जाएं।
“Request Postbox / Postbag” विकल्प चुनें।
सेवा का चयन करें: Postbox या Postbag
डिलीवरी पोस्ट ऑफिस का 6 अंकों वाला PIN कोड दर्ज करें।
संबंधित पोस्ट ऑफिस की सूची में से चयन करें।
“Submit” बटन पर क्लिक करें।
रिक्वेस्ट सफल होने पर एक 12-अंकीय एप्लिकेशन ID जनरेट होगी।
“Track Complaints” विकल्प पर जाएं।
Complaint ID दर्ज करके “Search” करें।
शिकायत की स्थिति जैसे Pending, In Progress या Resolved दिखाई देगी।
स्थिति ट्रैक करें:
“View Postbox / Postbag Requests” विकल्प चुनें।
विभिन्न टैब्स में विवरण देखें:
Pending Applications
Approved Applications
Payment Pending Applications
Rejected Applications
Appealed Applications
भुगतान लंबित होने पर “Make Payment” बटन सक्रिय होगा।
भुगतान पूरा होने के बाद, सेवा सक्रिय कर दी जाती है और ID आवंटित होती है।
यह सुविधा ग्राहकों को सशक्त बनाती है कि वे अपनी आवाज़ प्रशासन तक पहुंचा सकें और समय पर समाधान प्राप्त कर सकें।
लाभ:
सुरक्षित और गोपनीय मेल डिलीवरी सुविधा
व्यवसायों और पत्रिकाओं के लिए व्यावसायिक पहचान
नियमित डाक को व्यवस्थित रूप से संभालने की सुविधा
यह सेवा ग्राहकों को प्रोफेशनल और समर्पित मेल रिसीविंग सुविधा देती है जिससे उनका समय और संसाधन दोनों की बचत होती है।
अध्याय 11: पेमेंट और वॉलेट रिचार्ज
शीर्षक: इंडिया पोस्ट पोर्टल पर पेमेंट और वॉलेट रिचार्ज कैसे करें?
कीवर्ड: इंडिया पोस्ट पेमेंट, वॉलेट रिचार्ज इंडिया पोस्ट, पोस्ट ऑफिस डिजिटल पेमेंट, कॉन्ट्रैक्ट पेमेंट इंडिया पोस्ट
यदि आपको इंडिया पोस्ट की किसी सेवा से संबंधित असुविधा हुई है, तो आप आईटी 2.0 पोर्टल के माध्यम से बहुत ही सरल तरीके से अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यह प्रक्रिया पारदर्शी है और शिकायत की स्थिति को ट्रैक करने की भी सुविधा देती है।
इंडिया पोस्ट के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सभी वित्तीय लेन-देन अब ऑनलाइन माध्यम से ही किए जाते हैं। इससे भुगतान की प्रक्रिया तेज, पारदर्शी और आसान हो गई है। ग्राहक दो प्रकार से भुगतान कर सकते हैं: प्रीपेड (Advance) या BNPL (Bill Payment Later)।
शिकायत दर्ज करने की प्रक्रियाAdvance कॉन्ट्रैक्ट के लिए वॉलेट रिचार्ज:
पोर्टल में लॉगिन करें और “Complaints” विकल्प Bulk Dashboard” पर जाएं।
“Register Complaint” पर क्लिक करें।
आवश्यक जानकारी भरें:
Complaint Category (जैसे डिलीवरी में देरी, बुकिंग में समस्या, भुगतान समस्या आदि)
Complaint Sub-category
Contract ID (यदि लागू हो)
Complaint Description (समस्या का विवरण)
पिन कोड, पोस्ट ऑफिस, डिवीजन इत्यादि की जानकारी भरें।
आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें (यदि कोई हो)।
“Submit” बटन पर क्लिक करें। शिकायत सफलतापूर्वक दर्ज होने पर एक Complaint ID प्राप्त होगीRecharge Wallet” विकल्प चुनें।
अपनी कॉन्ट्रैक्ट ID चुनें।
राशि दर्ज करें (₹100 से ₹1,00,000 तक)।
भुगतान माध्यम का चयन करें:
UPI
QR Code
इंटरनेट बैंकिंग / डेबिट कार्ड
“Proceed to Pay” पर क्लिक करें। सफल भुगतान के बाद वॉलेट राशि तुरंत अपडेट हो जाती है।
शिकायत की स्थिति कैसे देखें? BNPL कॉन्ट्रैक्ट के लिए पेमेंट:
“Track Complaints” विकल्प Bulk Dashboard” में “Make Payment” पर जाएं।
Complaint ID दर्ज करके “Search” करें।
शिकायत की स्थिति जैसे Pending, In Progress या Resolved दिखाई देगी।
सभी पेंडिंग बिल्स की सूची दिखाई देगी।
संबंधित कॉन्ट्रैक्ट ID चुनें और भुगतान राशि जांचें।
भुगतान माध्यम चुनें और “Pay” पर क्लिक करें।
पेमेंट हिस्ट्री कैसे देखें? विशेष सुविधाएं:
उपयोगकर्ता पोर्टल के माध्यम से सीधे अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
ट्रैकिंग सुविधा से आप वास्तविक समय में समाधान प्रक्रिया देख सकते हैं।
शिकायत के समाधान की सूचना SMS और ईमेल के माध्यम से दी जाती है।
यह सुविधा ग्राहकों को सशक्त बनाती है कि वे अपनी आवाज़ प्रशासन तक पहुंचा सकें और समय पर समाधान प्राप्त कर सकें।
विशेषताएं:
सभी पेमेंट्स डिजिटल और रियल टाइम में अपडेट होते हैं।
सफल लेन-देन की रसीद ईमेल और पोर्टल दोनों पर मिलती है।
पेमेंट की पुष्टि के लिए ट्रांजेक्शन ID और तारीख सुरक्षित रखें।
यह सेवा ग्राहकों को अपने अकाउंट की वित्तीय स्थिति पर पूरी निगरानी रखने की सुविधा देती है और उनके लिए पारदर्शिता एवं आत्मनिर्भरता का मार्ग खोलती है।
अध्याय 12: रिपोर्ट जनरेशन (Reports)
शीर्षक: इंडिया पोस्ट पोर्टल पर रिपोर्ट कैसे जनरेट और डाउनलोड करें?
कीवर्ड: इंडिया पोस्ट रिपोर्ट डाउनलोड, ट्रांजेक्शन रिपोर्ट पोस्ट ऑफिस, डैशबोर्ड रिपोर्ट इंडिया पोस्ट, बुकिंग रिपोर्ट ऑनलाइन
IT 2.0 पोर्टल पर रिपोर्ट जनरेशन की सुविधा उपयोगकर्ताओं को अपने समस्त लेन-देन, सेवाओं, बुकिंग और उपयोग की गई सुविधाओं का विस्तृत सारांश प्राप्त करने का एक सशक्त माध्यम देती है। यह रिपोर्ट्स PDF और Excel दोनों फॉर्मेट में उपलब्ध होती हैं।
Advance कॉन्ट्रैक्ट के लिए वॉलेट रिचार्जरिपोर्ट जनरेट करने की प्रक्रिया:
पोर्टल में लॉगिन करें और “Bulk Dashboard” पर जाएं।
“Recharge Wallet” विकल्प चुनें।
अपनी कॉन्ट्रैक्ट ID चुनें।
राशि दर्ज करें (₹100 से ₹1,00,000 तक)।
भुगतान माध्यम का चयन करें:
UPI
QR Code
इंटरनेट बैंकिंग / डेबिट कार्ड
“Proceed to Pay” पर क्लिक करें। सफल भुगतान के बाद वॉलेट राशि तुरंत अपडेट हो जाती है।
रिपोर्ट जनरेट करने के लिए निम्न फ़िल्टर चुनें:
सेवा का नाम (Service Name)
Contract ID (यदि आवश्यक हो)
दिनांक श्रेणी (From Date – To Date)
“Search” बटन पर क्लिक करें। संबंधित डेटा नीचे टेबल में प्रदर्शित होगा।
“Export to Excel” या “Download PDF” विकल्प से रिपोर्ट सेव करें।
BNPL कॉन्ट्रैक्ट के लिए पेमेंट:
“Bulk Dashboard” में “Make Payment” पर जाएं।
सभी पेंडिंग बिल्स की सूची दिखाई देगी।
संबंधित कॉन्ट्रैक्ट ID चुनें और भुगतान राशि जांचें।
भुगतान माध्यम चुनें और “Pay” पर क्लिक करें।
रिपोर्ट की विशेषताएं:
प्रत्येक रिपोर्ट में विस्तृत कॉलम होते हैं जैसे ट्रांजेक्शन ID, तिथि, भुगतान राशि, स्थिति, सेवा का नाम आदि।
रिपोर्ट को आगे के ऑडिट या रिकॉर्ड हेतु डाउनलोड कर संग्रहित किया जा सकता है।
रिपोर्ट्स को तिथि और सेवा के अनुसार फ़िल्टर और वर्गीकृत किया जा सकता है।
पेमेंट हिस्ट्री कैसे देखें?
“Payment History” विकल्प पर जाएं।
आप दिनांक, कॉन्ट्रैक्ट ID या भुगतान स्थिति के अनुसार फ़िल्टर कर सकते हैं।
रिपोर्ट को Excel में भी डाउनलोड किया जा सकता है।
यह सुविधा विशेषकर व्यावसायिक ग्राहकों के लिए अत्यंत उपयोगी है जो नियमित रिपोर्टिंग, वित्तीय ऑडिट और विश्लेषण के लिए डिजिटल समाधान चाहते हैं।
विशेषताएं:
सभी पेमेंट्स डिजिटल और रियल टाइम में अपडेट होते हैं।
सफल लेन-देन की रसीद ईमेल और पोर्टल दोनों पर मिलती है।
पेमेंट की पुष्टि के लिए ट्रांजेक्शन ID और तारीख सुरक्षित रखें।
यह सेवा ग्राहकों को अपने अकाउंट की वित्तीय स्थिति पर पूरी निगरानी रखने की सुविधा देती है और उनके लिए पारदर्शिता एवं आत्मनिर्भरता का मार्ग खोलती है।
अध्याय 13: प्रोफाइल अपडेट (Profile Update)
शीर्षक: इंडिया पोस्ट पोर्टल पर अपनी प्रोफाइल कैसे अपडेट करें?
कीवर्ड: प्रोफाइल अपडेट इंडिया पोस्ट, पोस्ट ऑफिस यूजर डिटेल्स बदलना, इंडिया पोस्ट कस्टमर जानकारी अपडेट, ऑनलाइन मोबाइल नंबर बदलें इंडिया पोस्ट
इंडिया पोस्ट का IT 2.0 पोर्टल पर रिपोर्ट जनरेशन की सुविधा उपयोगकर्ताओं को अपने समस्त लेन-देन, सेवाओं, बुकिंग और उपयोग की गई सुविधाओं का विस्तृत सारांश प्राप्त करने का एक सशक्त माध्यम देती है। यह रिपोर्ट्स PDF और Excel दोनों फॉर्मेट में उपलब्ध होती हैंग्राहकों को अपनी व्यक्तिगत और व्यावसायिक जानकारी स्वयं अपडेट करने की सुविधा देता है। यह सुविधा उपयोगकर्ताओं को डेटा को अद्यतित रखने और सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित करने में मदद करती है।
रिपोर्ट जनरेटप्रोफाइल अपडेट करने की प्रक्रिया:
पोर्टल में लॉगिन करें और “Reports” विकल्पलॉगिन करें और होमपेज के ऊपर “Profile” आइकन पर क्लिक करें।
उपलब्ध रिपोर्ट प्रकारों में से चुनें:
Booking Report
Barcode Report
Wallet Recharge Report
Complaint Report
Payment Report
Contract Report
“My Profile” विकल्प चुनें।
नीचे दिए गए टैब्स में से संबंधित टैब चुनें:
Personal Details
Address Details
Communication Details
Business Details (यदि लागू हो)
रिपोर्ट जनरेट करने के लिए निम्न फ़िल्टर चुनें:
सेवा का नाम (Service Name)
Contract ID (यदि आवश्यक हो)
दिनांक श्रेणी (From Date – To Date)
“Searchवांछित जानकारी को संपादित करें:
नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल ID, पता, व्यवसाय की जानकारी आदि
“Save” बटन पर क्लिक करें। संबंधित डेटा नीचे टेबल में प्रदर्शित होगा।
“Export to Excel” या “Download PDF” विकल्प से रिपोर्ट सेव करें। करें।
कुछ परिवर्तन जैसे मोबाइल नंबर या ईमेल अपडेट के लिए OTP सत्यापन आवश्यक होता है।
रिपोर्ट की विशेषताएं:
प्रत्येक रिपोर्ट में विस्तृत कॉलम होते हैं जैसे ट्रांजेक्शन ID, तिथि, भुगतान राशि, स्थिति, सेवा का नाम आदि।
रिपोर्ट को आगे के ऑडिट या रिकॉर्ड हेतु डाउनलोड कर संग्रहित किया जा सकता है।
रिपोर्ट्स को तिथि और सेवा के अनुसार फ़िल्टर और वर्गीकृत किया जा सकता है।
लाभ:
सभी सेवाओं का डेटा एक ही स्थान पर सुलभ
डिजिटल रिकॉर्ड की सुविधा
पारदर्शिता और व्यावसायिक रिपोर्टिंग के लिए आदर्श
अपने अकाउंट की जानकारी हमेशा अद्यतित रखें।
संचार संबंधी समस्याओं से बचाव।
व्यवसायिक प्रोफाइल को समय-समय पर अपडेट रखने में सहूलियत।
यह सुविधा विशेषकर व्यावसायिक ग्राहकों के लिए अत्यंत उपयोगी है जो नियमित रिपोर्टिंग, वित्तीय ऑडिट और विश्लेषण के लिए डिजिटल समाधान चाहते हैंपोर्टल के उपयोग को व्यक्तिगत, लचीला और सुरक्षित बनाती है जिससे हर उपयोगकर्ता आत्मनिर्भर बन सके।
Operational Guide for CRM with India Post – PDF
DOP IT.2.0 का CRM गाइड पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गये लिंक पर क्लिक करें –
CRM for Customers – PDF Download
CRM for Admin offices – PDF Download
निष्कर्ष:
Customer Relationship Management with India Post – CRM Guide डाक विभाग में सीआरएम से जुड़े सभी प्रमुख कार्यों को चरण-दर-चरण समझाता है। इससे न केवल अधिकारियों का काम आसान होता है, बल्कि ग्राहक सेवा भी बेहतर होती है।
