बुक पैकेट क्या है (Book Packet in India Post): भारतीय डाक विभाग की एक उपयोगी और किफायती डाक सेवा है। इसका उपयोग पुस्तकों, पत्रिकाओं, रिपोर्ट, मुद्रित सामग्री और शैक्षणिक दस्तावेज़ों को भेजने के लिए किया जाता है।
बुक पैकेट के लिए वजन, आकार, और पैकिंग से संबंधित स्पष्ट नियम बनाए गए हैं ताकि वस्तुएँ सुरक्षित और पारदर्शी रूप से भेजी जा सकें।
यह सेवा विशेष रूप से पाठकों, प्रकाशकों और शिक्षण संस्थानों के लिए बहुत लाभदायक है।
बुक पैकेट (Book Packet in India Post office) सम्बन्धी नियम डाकघर गाइड भाग 1 की धारा 119 में दी गयी है, आइये इसके बारे में विस्तार से समझते हैं.
Content List
- 1 119. बुक पैकेट (Book Packet) का डाक शुल्क और भुगतान
- 2 120. बुक पैकेट में क्या भेजा जा सकता है
- 3 121. ग्रीटिंग कार्ड और निमंत्रण कार्ड के लिए विशेष सुविधा
- 4 122. विशेष प्रावधान (Special Provisions)
- 5 123. निषिद्ध वस्तुएँ (Prohibited Items)
- 6 124. बुक पैकेट (Book Packet) का आकार (Size)
- 7 125. बुक पैकेट (Book Packet) का वजन (Weight)
- 8 126. बुक पैकेट (Book Packet) का पैकिंग (Packing Rules)
- 9 127. नियम तोड़ने पर दंड (Penalty for Violation)
- 10 बुक पैकेट (Book Packet) पर पते और प्रेषक से संबंधित नियम
- 11 मुद्रित पुस्तकों वाले बुक पैकेट (Book Packet Containing Printed Books)
- 12 पुस्तक पैकेट जिनमें पत्रिकाएँ हों (Book Packets Containing Periodicals)
- 13 निष्कर्ष (Conclusion)
119. बुक पैकेट (Book Packet) का डाक शुल्क और भुगतान
बुक पैकेट जिसे अब बुक पोस्ट के नाम जाना जाता है, का डाक शुल्क निम्नलिखित है –
- पहले 50 ग्राम पर – 4 रूपये
- अगले 50 ग्राम पर – 3 रूपये
अगर बुक पैकेट बिना डाक शुल्क चुकाए भेजा गया है, तो डिलीवरी के समय दोगुना शुल्क वसूला जाएगा।
अगर शुल्क आंशिक रूप से चुकाया गया है, तो कमी की राशि का दोगुना वसूला जाएगा।
120. बुक पैकेट में क्या भेजा जा सकता है
बुक पैकेट में किताबें, समाचारपत्र, पत्रिकाएँ, मुद्रित संगीत, छपे हुए कार्ड या कागज़ भेजे जा सकते हैं। लेकिन इसमें कोई व्यक्तिगत या हाथ से लिखा हुआ संदेश नहीं होना चाहिए।
कुछ अपवादों की अनुमति दी गई है, जैसे –
- उपहार कार्ड (जैसे जन्मदिन, दीपावली, या नववर्ष कार्ड) जिन पर केवल नाम, हस्ताक्षर या पाँच शब्दों से कम का शुभकामना संदेश लिखा हो।
- चालान, बिल या रसीदों पर आवश्यक अंकन।
- मुद्रित निमंत्रण पत्र जिन पर तारीख और कार्यक्रम का विवरण हो।
- बीमा या बैंक से संबंधित प्रीमियम भुगतान की मुद्रित सूचना।
- मुद्रित पुस्तकों में टाइपिंग त्रुटि सुधार की अनुमति है।
- मानचित्र, चार्ट, या चित्र भेजे जा सकते हैं, लेकिन उन पर पाँच शब्दों से अधिक लिखावट नहीं होनी चाहिए।
- कानूनी दस्तावेज़, सरकारी रिपोर्ट या सांख्यिकीय विवरण भी भेजे जा सकते हैं।
हालांकि, न्यायालय के सम्मन या फौजदारी नोटिस बुक पैकेट के रूप में नहीं भेजे जा सकते।
121. ग्रीटिंग कार्ड और निमंत्रण कार्ड के लिए विशेष सुविधा
- अगर बुक पैकेट में केवल बधाई कार्ड या निमंत्रण पत्र हैं, तो उन्हें प्रथम श्रेणी की डाक (First Class Mail) की तरह भेजा जा सकता है।
- ऐसे पैकेट पर “Book Packet – Invitation” या “Book Packet – Greeting” स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए।
122. विशेष प्रावधान (Special Provisions)
बुक पैकेट के साथ कलम, पेंसिल, रोलर या फोटोग्राफ जैसी वस्तुएँ भेजी जा सकती हैं, अगर वे उस पैकेट के विषय से संबंधित हों और पैकिंग को सुरक्षित बनाने के लिए आवश्यक हों।
123. निषिद्ध वस्तुएँ (Prohibited Items)
- बुक पैकेट में किसी भी प्रकार का व्यक्तिगत पत्र या संदेश नहीं होना चाहिए।
- पोस्टकार्ड या ओपन कार्ड को बुक पैकेट की तरह नहीं भेजा जा सकता।
- बुक पैकेट में कागजी मुद्रा (Paper Money) या वित्तीय दस्तावेज़ (जैसे चेक, नोट, ड्राफ्ट, आदि) नहीं रखे जा सकते।
- लेकिन टिकट लगा हुआ और पता लिखा हुआ खाली लिफाफा, पोस्टकार्ड या रैपर शामिल किया जा सकता है।
124. बुक पैकेट (Book Packet) का आकार (Size)
बुक पैकेट के लिए आकार की सीमा तय है —
रोल के रूप में:
लंबाई कम से कम 10 सेमी और अधिकतम 80 सेमी होनी चाहिए।
लंबाई और व्यास का दो गुना जोड़ 17 से 100 सेमी के बीच होना चाहिए।
अन्य रूप में:
न्यूनतम आकार 10 × 7 सेमी और अधिकतम 60 × 30 × 30 सेमी तक हो सकता है।
अगर बुक पैकेट बहुत छोटा है, तो उसे मजबूत गत्ते या कार्ड पर चिपकाकर भेजा जा सकता है।
125. बुक पैकेट (Book Packet) का वजन (Weight)
बुक पैकेट का अधिकतम वजन 5 किलोग्राम हो सकता है।
महानिदेशक डाक (Director General of Posts) विशेष परिस्थितियों में इससे कम सीमा भी तय कर सकते हैं।
126. बुक पैकेट (Book Packet) का पैकिंग (Packing Rules)
- बुक पैकेट को ऐसे पैक किया जाना चाहिए कि उसे बिना सील तोड़े आसानी से जांचा जा सके।
- अगर पैकेट पर ऐसी डोरी या स्टिकर लगाया गया है जिसे हटाकर फिर से चिपकाया जा सके, तो जांच के लिए उसे खोला जा सकता है।
- पैकिंग मजबूत, साफ और आसानी से खुलने योग्य होनी चाहिए।
127. नियम तोड़ने पर दंड (Penalty for Violation)
अगर बुक पैकेट में ऐसी वस्तु पाई जाती है जो नियमों के अनुसार अनुमत नहीं है, तो उस पर पत्र या पार्सल की दर से डबल शुल्क (Double Postage) वसूला जाएगा।
यह राशि कभी भी 25 पैसे से कम नहीं होगी।
अगर बुक पैकेट का आकार या वजन निर्धारित सीमा से अधिक है, तो वह प्रेषक को वापस भेज दिया जाएगा और डाक शुल्क वापस नहीं किया जाएगा।
बुक पैकेट (Book Packet) पर पते और प्रेषक से संबंधित नियम
बुक पोस्ट में शामिल कोई भी दस्तावेज किसी व्यक्तिगत व्यक्ति को संबोधित नहीं होना चाहिए।
वह किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा नहीं भेजा जा सकता जो उस वस्तु का मूल प्रेषक न हो।
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- डाक पोस्टिंग के सामान्य नियम (General Rules for Posting Mail in Post Office)
- डाक पर पता लिखने का तरीका (Methods of address in India Post)
- डाक वस्तुओं के वितरण का नियम (Rules for Delivery of Postal Articles)
- पोस्ट बॉक्स क्या है (Post Box in India Post): आवेदन प्रक्रिया, किराया शुल्क व नियम
- पोस्ट बैग क्या है (Post Bag in India Post): किराया, नियम और आवेदन प्रक्रिया
मुद्रित पुस्तकों वाले बुक पैकेट (Book Packet Containing Printed Books)
यह नियम उन बुक पैकेट्स पर लागू होता है जिनमें केवल छपी हुई पुस्तकें शामिल होती हैं।
इन पर विशेष डाक दर तभी लागू होती है जब नीचे दी गई शर्तें पूरी की जाएँ।
शर्तें (Conditions)
नियमित प्रकाशन नहीं होना चाहिए।
बुक पैकेट में रखी पुस्तक कोई ऐसी पत्रिका या प्रकाशन नहीं होनी चाहिए जो नियमित अंतराल पर प्रकाशित होती हो।
‘मुद्रित पुस्तक’ शब्द लिखा होना चाहिए।
पुस्तक भेजते समय बुक पैकेट के ऊपर स्पष्ट रूप से “मुद्रित पुस्तक” शब्द लिखा होना चाहिए।
संपूर्ण पाठ्य सामग्री होना आवश्यक है।
- हर पुस्तक में पूरी तरह मुद्रित सामग्री होनी चाहिए।
- इसमें चित्र, चार्ट, नक्शे, आरेख या ऐसी सामग्री हो सकती है जिसमें विद्यार्थी लिखने या चिन्ह लगाने की जगह दी गई हो।
- यह आवश्यक नहीं है कि हर पृष्ठ पर खाली जगह हो, लेकिन सामग्री शैक्षणिक या जानकारीपूर्ण होनी चाहिए।
विज्ञापन नहीं होने चाहिए।
पुस्तक में छपा हुआ कोई विज्ञापन नहीं होना चाहिए।
हाँ, पुस्तक सूची (Book Catalogue) या प्रकाशन सूचना को शामिल किया जा सकता है।
प्रकाशक का नाम छपा होना चाहिए।
हर पुस्तक पर उसका मुद्रक (Printer) या प्रकाशक (Publisher) का नाम छपा होना अनिवार्य है।
केवल मूल मुद्रण शामिल हो।
पुस्तक में किसी अन्य स्रोत से कॉपी किया गया, उद्धृत या हाथ से लिखा हुआ कोई भी शब्द नहीं होना चाहिए।
इसमें केवल मुद्रण द्वारा तैयार की गई सामग्री होनी चाहिए।
पुस्तक पैकेट जिनमें पत्रिकाएँ हों (Book Packets Containing Periodicals)
यह नियम उन बुक पैकेट्स पर लागू होता है जिनमें पत्रिकाएँ या मैगज़ीनें शामिल हों।
ऐसे पैकेट्स पर विशेष डाक दर (Special Postal Rate) तभी लागू होती है जब वे कुछ निश्चित शर्तों को पूरा करते हैं।
शर्तें (Conditions)
- ऐसी सभी पत्रिकाएँ प्रेस और पुस्तक पंजीकरण अधिनियम, 1867 की धारा 25 के अंतर्गत पंजीकृत (Registered) होनी चाहिए।
- यानि वह पत्रिका भारत के समाचार पत्रों के रजिस्ट्रार (Registrar of Newspapers for India – RNI) में रजिस्टर्ड होनी चाहिए।
- पत्रिका में यह स्पष्ट रूप से छपा होना चाहिए कि —
- “भारत के समाचार पत्रों के रजिस्ट्रार द्वारा पंजीकृत (Registered with the Registrar of Newspapers for India)।”
- यह जानकारी या तो पत्रिका के मुख्य पृष्ठ (पहले पेज) पर या अंतिम पृष्ठ (लास्ट पेज) पर लिखी होनी चाहिए।
अन्य नियमों का पालन (Applicability of Other Rules)
जहाँ तक संभव हो, ऐसे बुक पैकेट्स पर वही नियम लागू होंगे जो डाकघर गाइड के नियम 122 से 127 तक में दिए गए हैं।
इन नियमों में पैकिंग, आकार, वजन, वर्गीकरण और उल्लंघन पर दंड जैसी बातें शामिल हैं।
इसका मतलब है कि पत्रिकाओं वाले बुक पैकेट्स को भी उन्हीं पैकिंग, वजन और निरीक्षण संबंधी शर्तों का पालन करना होगा, जैसा सामान्य बुक पैकेट्स के लिए निर्धारित किया गया है।
निष्कर्ष (Conclusion)
बुक पैकेट (Book Packet in India Post) सेवा भारतीय डाक विभाग की सबसे उपयोगी सेवाओं में से एक है। यह सेवा पुस्तकों, मुद्रित सामग्री और दस्तावेजों को कम लागत में भेजने की सुविधा देती है। इन नियमों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि डाक व्यवस्था सुरक्षित, पारदर्शी और विश्वसनीय बनी रहे।
