न्यस्त डाक क्या है (Poste Restante Mail in India Post) का अर्थ: “न्यस्त डाक” का मतलब होता है – ऐसी डाक जो किसी व्यक्ति या यात्री के नाम भेजी गई हो, लेकिन उसका स्थायी पता न दिया गया हो।
सम्बंधित व्यक्ति की आग्रह पर ऐसी डाक डाकघर में कुछ समय तक रखी जाती है, जब तक कि व्यक्ति खुद आकर उसे ले न जाए।
उदाहरण:,
अगर कोई यात्री किसी शहर में अस्थायी रूप से रुका है और वह चाहता है कि उसकी डाक वहीं के डाकघर में रखी जाए,
तो वह अपना पता इस तरह लिखेगा –
“रामकुमार, C/o Postmaster, Xyz HO – To be kept till called for.”
न्यस्त डाक (Poste Restante Posts in Postal Department) सम्बन्धी नियम डाकघर गाइड भाग 1 के धारा 64-66 में दी गयी है, आइये इसके बारे में विस्तार से समझते हैं.
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64. परिभाषा (Definition of Poste Restante Mail):
ऐसी सभी डाक वस्तुएँ जो इस प्रकार लिखी हों —
“माँगे जाने तक रखी जाएँ” या “आने की प्रतीक्षा में रखी जाएँ”, या फिर जो सीधे डाकघर के नाम पर भेजी गई हों, उन्हें “न्यस्त डाक (Left Mail)” कहा जाता है।
इस डाक पर भ्रामक या गलत नाम नहीं होना चाहिए।
केवल सही पूरा नाम, अक्षर और नंबर ही लिखे जा सकते हैं।
“काल्पनिक नाम”, “अधूरी पहचान” या “गुप्त चिह्न” का प्रयोग निषिद्ध है।
मतलब:
न्यस्त डाक का उपयोग केवल उन्हीं लोगों द्वारा किया जा सकता है, जो अस्थायी रूप से किसी स्थान पर हैं, जैसे – यात्री या पर्यटक।
65. न्यस्त डाक वस्तुओं को रखने की अवधि (Period for Keeping Left/Poste Restante Mail):
सामान्य डाक (Non-Value Payable Mail):
ऐसी डाक वस्तुएँ जिन्हें “न्यस्त डाक” के रूप में भेजा गया है, वे –
- डाकघर में एक महीने (30 दिन) तक रखी जा सकती हैं।
- उसके बाद यदि कोई उन्हें लेने नहीं आता, तो डाकघर उन्हें भेजने वाले (Sender) को वापस कर देता है।
मूल्यदेय डाक वस्तुएँ (Value Payable Post / VPP):
अगर वस्तु “न्यस्त डाक” के रूप में भेजी गई है और वह मूल्यदेय (VPP) है, तो ऐसी वस्तुएँ केवल 7 दिन तक ही रखी जाती हैं।
मतलब:
- सामान्य पत्र या पार्सल एक महीने तक,
- VPP वस्तुएँ सिर्फ 7 दिन तक डाकघर में रखी जाती हैं।
66. न्यस्त डाक पर डाकघर की जिम्मेदारी (Liability of Post Office on Poste Restante):
यदि किसी डाक वस्तु पर लिखा है – “माँगे जाने तक रखी जाए” या “आने की प्रतीक्षा में हो”, और उसमें भेजने वाले की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है, तो डाकघर की जिम्मेदारी सीमित (Limited) होती है।
डाकघर उस वस्तु को निर्धारित समय (एक महीना या 7 दिन) तक रखता है। उस अवधि के बाद यदि प्राप्तकर्ता नहीं आता, तो डाकघर वस्तु को “अवितरित डाक (Undelivered Mail)” मानकर वापस कर देता है।
मतलब:
डाकघर उस वस्तु की सुरक्षा केवल तय समय तक रखता है, उसके बाद उसकी जिम्मेदारी खत्म हो जाती है।
निष्कर्ष (Conclusion):
न्यस्त डाक क्या है (Left mail / Poste Restante Mail in India Post): यह एक विशेष सुविधा है, जो यात्रियों, पर्यटकों या अस्थायी निवासियों के लिए बनाई गई है। इससे वे अपनी डाक डाकघर में कुछ अवधि तक सुरक्षित रखवा सकते हैं, जब तक कि वे स्वयं जाकर उसे प्राप्त न करें।
लेकिन इस डाक का उपयोग केवल सीमित समय के लिए (1 माह / 7 दिन) ही किया जा सकता है। इसके बाद डाकघर उस वस्तु को वापस भेज देता है।
